यह मेरे मन की बात है। कभी ना कभी मेरा सपना था कि मैं एक ब्लॉग बनाऊँ और हिंदी में लिखूँ। लेकिन परिस्थितियाँ ने मुझे रोका । अब मैं फिर से ह
मुक्ति दिलाओ मेरे हिंदी ब्लॉग वेबसाइट को!
आज मैं अपने/अपना/इस हिंदी ब्लॉग वेबसाइट को आजाद/स्वतंत्र/निर्भर कराने का लक्ष्य/उद्देश्य/मिशन लेकर आया हूँ। अब से/इस समय/आज के दिन, यह व
मुझे अपना हिंदी ब्लॉग वापस चाहिए!
पहले तो मैं आशावादी हूँ/उत्सुक हूँ/विश्वास रख रहा हूँ कि मेरे पढ़ने वालों/भक्तों/दर्शकों के प्रेम/समर्थन/प्रोत्साहन से ये लक्ष्य/एक स�
मेरे पेज को आजादी दो!
यह कई दिनों से मैंने सोचा था कि मैं अपने हिंदी ब्लॉग वेबसाइट को आज़ाद करूँगा। यह विचार मुझे बहुत उत्साह देता है। अब यह समय है और मैं इस ब�